तुम वही हो जिसे राजकुमारी कहते हैं सुदूर देश की
मैं वही हूं जो श्वेत अश्व की लगाम थामे है
तुम्हें मुझ में रम जाने की चाह है, ज्यूलियट!
मुझ मजनूं को तुम्हारे इश्क़ में जल ख़ाक होने का शौक है,
सारे किस्से हमारे ही आने का एलान थें।
साहित्य की प्रेमिका तुम्हीं हो
कहानियों का व्याकुल मन मैं ही हूं।
मैं वही हूं जो श्वेत अश्व की लगाम थामे है
तुम्हें मुझ में रम जाने की चाह है, ज्यूलियट!
मुझ मजनूं को तुम्हारे इश्क़ में जल ख़ाक होने का शौक है,
सारे किस्से हमारे ही आने का एलान थें।
साहित्य की प्रेमिका तुम्हीं हो
कहानियों का व्याकुल मन मैं ही हूं।
हम हैं, तो जग है
हम साथ हैं, तो जग में जीवन है।
यहां आने से पहले से
थें हम बिल्कुल यहीं।
तुम धरती हो
मैं ही आकाश।
सुख है
क्योंकि हमें भोगना है
शब्द हैं
क्योंकि मुझे तुम्हें मन की कहनी थी...
हम साथ हैं, तो जग में जीवन है।
यहां आने से पहले से
थें हम बिल्कुल यहीं।
तुम धरती हो
मैं ही आकाश।
सुख है
क्योंकि हमें भोगना है
शब्द हैं
क्योंकि मुझे तुम्हें मन की कहनी थी...
राधा और कृष्ण, हम दोनों नहीं तो और कौन हैं?
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